शिवपुरी (IDS-PRO) कलेक्टर श्री राजीव दुबे ने कहा कि मातृ मृत्यु दर को रोकने के लिए सबसे जरूरी है कि महिलाओं में रक्त की कमी को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मंगलवार को सभी विद्यालयों, आंगनवाड़ी केन्द्रों में और छात्रावासों में किशोरी बालिकाओं को खून बढ़ाने वाली गोली को शिक्षिका, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या छात्रावास की अधिक्षिका अपने समक्ष खिलाए। उन्हें मात्र बांटकर अपने कर्तव्य की इतिश्री न करें। उन्होंने कहा कि गोली खाली पेट लेने से ही उल्टी या चक्कर आने की शिकायतें आती है, इसलिए बालिकाओं को गोली मध्यान्ह भोजन के उपरांत ही दें। उक्त आशय के निर्देश संबंधित अधिकारियों को समयसीमा के पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री जेड.यू.शेख, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दिनेश कुमार मौर्य, स्वास्थ्य एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ अन्य विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।
उन्होने कहा कि जिले में लगभग 55 प्रतिशत महिलाएं एनीमिक है तथा प्रसव के दौरान या बाद में शिशु मृत्यु तथा मातृ मृत्यु का सबसे बड़ा कारण रक्त की कमी है। उन्होंने जिले में एक नवम्बर मध्यप्रदेश की स्थापना दिवस पर जिले के शत्-प्रतिशत ग्राम आरोग्य केन्द्रों को प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही वर्ष में दो बार दी जाने वाली पेट के कीड़े मारने वाली गोली को भी विशेष अभियान के रूप में किशोरियों को प्रदाय कराऐं।
कलेक्टर श्री दुबे ने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह सामने आया है कि निरीक्षण के दिवस और उसके एक दिन पूर्व विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में भारी अंतर पाया जाता है तथा शिक्षक के द्वारा विभिन्न कारण बताए जाते है कि आज ही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में इतनी कमी आई है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान छात्रों की उपस्थिति और पूर्व की अधिक उपस्थिति के अंतर की गणना करके अनुपस्थित छात्रों के मान से मध्यान्ह भोजन की धनराशि भोजन वितरण के लिए जिम्मेदार शिक्षक के वेतन से बसूल की जाएगी।
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